घुटनो के दर्द को अब और ना सहे, अपनाईये ये 4 सबसे आसान घरेलू उपाय, दर्द को कहे बाई बाई

घुटनों का दर्द बहुत ही पीड़ादायक होता है और यह आपको चलने-फिरने में भी असमर्थ कर देता है। यदि आपका वजन अधिक हो या आप वृद्धावस्था में हों तो घुटनों का दर्द और भी तकलीफदेह हो जाता है। यह बात कम ही लोग जानते हैं कि कुछ आसान घरेलू उपायों की मदद से घुटनों के दर्द की इस तकलीफ से छुटकारा पाया जा सकता है। जी हाँ ! यदि आप नीचे बताए गये कारणों से घुटनों के दर्द से पीड़ित है…

घुटना हमारे शरीर का सबसे बड़ा और सबसे जटिल जोड़ है। ऐसा प्रायः देखा गया है की बढती हुई उम्र के साथ अक्सर लोग घुटने के दर्द से ग्रस्त हो जाते है. कभी कभी घुटने में दर्द के साथ सूजन भी रहती है. जब यह दर्द अधिक हो जाये तो छोटे मोटे रोज मर्रा के काम भी मुश्किल हो सकते हैं, जैसे की हल्का वजन उठाना, सीडियां चड़ना, या थोड़े दूर पैदल चलना. हो सकता है की पहले आपको सिर्फ एक ही पैर में दर्द हो, परन्तु थोड़े समय के बाद दोनों घुटनों में दर्द होने लगे।
घुटने में अनेक कारणों से ऐसा दर्द हो सकता है. अगर सही समय में जांच हो जाये तो ये संभव है की उचित उपचार से या तो आप पूरी तरह दर्द से निजात पा सकते हैं, नहीं तो कम से कम रोग को आगे बढने से रोका तो जा ही सकता है. इस तरह की जांच कोई हड्डी रोग विशेषज्ञ ही सही तरह से कर सकता है. अगर आप ऐसे किसी भी दर्द से कुछ हफ़्तों या उससे भी अधिक अवधि से पीड़ित हों, तो बिना और समय गवाएं बिना एक अच्छे डॉक्टर से जांच अवश्य कराएं।
घुटनों का दर्द एक बहुत ही पीड़ादायक समस्या होती है। जिससे की आपको चलने फिरने में असमर्थ रहते है। यह
एक ऐसी समस्या है। जो एक बड़ी परेशानी बन चुकीं हैं। ये समस्या उम्र देख कर नहीं आती। परन्तु आप परेशान न हो क्योंकि इस पोस्ट में दिए गए कुछ नुस्खों से आप अपनी इस समस्या से निज़ात पा सकते है।

शायद आप जानते होंगे की नारियल के तेल की मालिश घुटनों में होने वाला दर्द एंव इससे होने वाली कोई ऐसी बिमारियों से निज़ात दिलाती है। इस लिए रोजाना अपने घुटनों के दर्द वाले स्थान पर दिन 2 बार नारियल के तेल की मालिश करें। इस प्रक्रिय 15 दिनों तक जारी रखें। इससे अवश्य आपको अपनी इस समस्या से राहत मिल जाएगीं।

टिप्स 2 चमत्कारी हल्दी :
यह बात तो आप सभी जानते होंगे की दर्द में हल्दी बहुत फायदेमंद हैं। जिसमें अनेक ऐसे गुण होते हैं जो दर्द को जड़ से समाप्त कर देते है। साथ ही शरीर के अंगो की सुजन ठीक करने के लिए भी मददगर होते हैं। इसके लिए आधा चम्मच हल्दी 1 गिलास पानी में डालकर उसे उबाले एंव इसका शहद के साथ सेवन करें या आप आधा चम्मच हल्दी गरम दूध में डालकर पीयें। इस प्रकार किसी न किसी रूप में हल्दी का अवश्य सेवन करें। इससे आपको अपने घुटनों के दर्द से राहत मिलेगी।
 टिप्स 3 मैथी के दाने का जादू :
मैथी के दाने जोड़ो के एवं घुटनों के दर्द पर प्रभावी रूप से कार्य करते है। इसके लिए 10 – 15 ग्राम मैथी दाने का चूर्ण बनाकर रखले और रोजाना खाना खाने से पहले 1 गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच खाएं और साथ ही 8 – 10 मैथी के दाने रात को भिगो कर रख दें सुबह उठते ही इन्हें पानी साथ खा लें। 30 – 40 दिनों तक सेवन करे।
टिप्स 4 अदरक का सेवन करें :
अदरक एक गुणकारी जड़ीबुटी की तरह कार्य करता हैं इसके सेवन से कई प्रकार के रोग दूर होते हैं। अदरक एक बहुत अच्छा दर्द निवारक की तरह कार्य करता हैं एंव यह मांस पेशी कि जकड़न को भी कम करता हैंजिससे दर्द में राहत मिलती हैं। रोजाना 2 से 3 बार अदरक की चाय पियें परन्तु इस बात का भी ध्यान रखें की चाय में चायपत्ती ज्यादा न हो पाएं। लगातार 1 महीनें तक इससे जारी रखें अदरक के तेल से घुटनों एवम दर्द वाली जगह पर रोजाना 2 से 3 बार मालिश करे ।

 इनसे परहेज करें
पशुजन्य वसा और प्रोटीन।सब्जियाँ जैसे आलू, शिमला मिर्च, बैंगन लाल और हरी मिर्च।आपके भोजन में उपस्थित सोडियम और नमक सूजन को और पानी के धारण होने की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे घुटनों पर दबाव बढ़ता है और दर्द होने लगता है।

योग और व्यायाम

व्यायाम आपके जोड़ों को जकड़न से दूर करता है और गति को आसान करके और दर्द को कम करके आवश्यक सहयोग प्रदान करता है। वे व्यायाम जो घुटने के क्षेत्र को राहत देते है और मजबूती प्रदान करते हैं, उनमें हैं: हेमस्ट्रिंग स्ट्रेचेसनी टू चेस्ट एक्सरसाइजेज क्वाड्रीसेप्स स्ट्रेचेस।फॉरवर्ड बेंड चेयर स्क्वेटकाफ रेज योग। घुटने के दर्द को कम करने वाले योगासन हैं – योद्धासन, ताड़ासन, मकरासन, वीरासन।

धूम्रपान छोड़ने का सरल व असरकारक उपाय, एक बार इस्तमाल करे फिर विश्वास करे

  • अमेरिकन लंग एसोसिएशन के अनुसार, संयुक्त राज्य में हर साल 480000 से ज्यादा मौतों सिर्फ तम्बाकू के इस्तेमाल और उसके धुएं के संपर्क में आने के कारण होता हैं। भारतीय लोग धूम्रपान करने में सबसे आगे हैं। यह बात हम नहीं बल्कि एक रिसर्च में यह बात सामने आई है। जिसमें कहा गया है कि एक शख्स दिन में लगभग 8 से ज्यादा सिगरेट पी जाते हैं। सिगरेट, गुटखा, तम्बाकू और शराब की खतरनाक लत इस तनावभरी जिंदगी में ना छुटने वाली एक आदत है। भले ही इसे छोड़ना बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन नामुमकिन नहीं। आप यहाँ बताए गये उपाय को अपनाकर इससे छुटकारा पा सकते है….
  • आज के आधुनिक युग में धूम्रपान (smoking) करना लोगों का शौक बन गया है। यह एक प्रकार का नशा है जिसकी आदत पड़ जाए तो बहुत मुश्किल से छूटती है। धूम्रपान करने से धूम्रपान करने वालों की सेहत बिगड़ने लगती है तथा उसे कई प्रकार की बीमारियां लग जाती है। अगर व्यक्ति को स्वस्थ रहना है तो उसे धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
आवश्यक सामग्री :

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  • 2 चम्मच हल्दी (turmeric) पाउडर
  • 400 ग्राम लहसुन (Garlic)
  • छोटा टुकड़ा अदरक (Ginger)
  • 400 ग्राम ब्राउन शुगर (यह दिखने में भूरे रंग की शक्कर है जो बिना केमिकल से बनती है)
  • 1 लीटर पानी
बनाने की विधि :
  • ब्राउन शुगर
    (यह दिखने में भूरे रंग की शक्कर है जो बिना केमिकल से बनती है)

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    को किसी बर्तन में डालकर धीमी आग पर रख दे और उसमे बाकी सामग्री मिक्स कर दे कुछ समय के लिए इस मिश्रण को धीमी आग पर रखे रहने दे फिर इसे उतारकर किसी गिलास में डाल दे और इसे ठंडा होने तक इसे ऐसे ही रहने दे ठंडा होने के बाद आप इसको फ्रीज में स्टोर करके रख सकते है।

  • इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करना है दो चम्मच सुबह नाश्ते से पहले और दो चम्मच रात को खाना खाने के दो घण्टो के बाद इस विधि को अपनाने के साथ साथ कसरत को भी महत्व दे फेफड़ो को साफ करने में कसरत भी एहम रोल अदा करती है।
  • सिगरेट या बीड़ी में सिर्फ तम्बाकू ही नही जलता साथ में धूम्रपान करने वालो के चेहरे की रौनक घर बार तथा रिश्ते नाते भी जल जाते है धूम्रपान न करे और न करने की सलाह दे।
अन्य विधि :
  1. किसी आयुर्वेदिक दवाई बेचने वाले या पंसारी की दुकान से मुलेठी के कुछ टुकड़े ले आये। फिर जब भी सिगरेट पीने की इच्छा करे तो इसको चबाये या चूसे । इससे कुछ समय तक सिगरेट पीने का मन नहीं करेगा । यह एक बहुत ही सस्ता और कारगर तरीका है।
  2. विज्ञान की रिसर्च कहती है की कोई आदमी नशा तब करता है जब उसके शरीर मे सल्फर की कमी होती है इससे उसको बार-बार नशे की तलब लगती है। इस सल्फर की कमी को अदरक से पूरा किया जा सकता है ।
  3. अदरक (Ginger) के छोटे-छोटे टुकड़े करके उस मे नींबू (Lemon) निचोड़ कर थोड़ा सा काला नमक (Black Salt)मिलाके उसको धूप मे सुखा लीजिये । सुखाने के बाद इन अदरक के टुकड़ो को अपनी जेब मे रख लीजिये अब जब भी आपका दिल बीड़ी, सिगरेट, गुटका, तंबाकू आदि का सेवन के लिए मचले तो आप एक अदरक का टुकड़ा निकाल कर उसे चूसना शुरू कर दीजिये । जैसे ही इसका रस आपके शरीर में जायगा तो आपका किसी भी नशे का मन नहीं करेगा ।
  4. आप किसी भी होमियोपैथिक की दुकान मे जाकर सल्फर नाम की दवा ले आएं । यह बहुत ही सस्ती होती है जो डीएलुशन के नाम से भी आती है । उस दवा की एक बूंद सुबह सुबह खाली पेट जीभ पर डाल लें ! फिर अगले दो तीन दिनों तक रोजाना एक एक बूंद डाल लीजिये । 3 – 4 दिनों में ही रिज़ल्ट सामने आने लगेगा । इसके बाद इसे हफ्ते में 2 -3 बार लेते रहे दो महीने में बड़े से बड़ा नशेड़ी भी सिगरेट, शराब आदि के नशे से तौबा करने लगेगा ।
  5. इसके अतिरिक्त शारीरिक गतिविधियाँ तेज करने से भी नशा करने की इच्छा कम हो जाती हैं। इसलिए जब भी आपकी सिगरेट पीने की इच्छा हो तब आप हल्की फुल्की कसरत करें, थोड़ा जागिंग करें, सीढ़ियां चढ़े इससे भी आपकी नशा करने की इच्छा रुक जाएगी ।

घुटनो के दर्द को अब और ना सहे, अपनाईये ये 4 सबसे आसान घरेलू उपाय, दर्द को कहे बाई बाई

घुटनों का दर्द बहुत ही पीड़ादायक होता है और यह आपको चलने-फिरने में भी असमर्थ कर देता है। यदि आपका वजन अधिक हो या आप वृद्धावस्था में हों तो घुटनों का दर्द और भी तकलीफदेह हो जाता है। यह बात कम ही लोग जानते हैं कि कुछ आसान घरेलू उपायों की मदद से घुटनों के दर्द की इस तकलीफ से छुटकारा पाया जा सकता है। जी हाँ ! यदि आप नीचे बताए गये कारणों से घुटनों के दर्द से पीड़ित है…

घुटना हमारे शरीर का सबसे बड़ा और सबसे जटिल जोड़ है। ऐसा प्रायः देखा गया है की बढती हुई उम्र के साथ अक्सर लोग घुटने के दर्द से ग्रस्त हो जाते है. कभी कभी घुटने में दर्द के साथ सूजन भी रहती है. जब यह दर्द अधिक हो जाये तो छोटे मोटे रोज मर्रा के काम भी मुश्किल हो सकते हैं, जैसे की हल्का वजन उठाना, सीडियां चड़ना, या थोड़े दूर पैदल चलना. हो सकता है की पहले आपको सिर्फ एक ही पैर में दर्द हो, परन्तु थोड़े समय के बाद दोनों घुटनों में दर्द होने लगे।
घुटने में अनेक कारणों से ऐसा दर्द हो सकता है. अगर सही समय में जांच हो जाये तो ये संभव है की उचित उपचार से या तो आप पूरी तरह दर्द से निजात पा सकते हैं, नहीं तो कम से कम रोग को आगे बढने से रोका तो जा ही सकता है. इस तरह की जांच कोई हड्डी रोग विशेषज्ञ ही सही तरह से कर सकता है. अगर आप ऐसे किसी भी दर्द से कुछ हफ़्तों या उससे भी अधिक अवधि से पीड़ित हों, तो बिना और समय गवाएं बिना एक अच्छे डॉक्टर से जांच अवश्य कराएं।
घुटनों का दर्द एक बहुत ही पीड़ादायक समस्या होती है। जिससे की आपको चलने फिरने में असमर्थ रहते है। यह
एक ऐसी समस्या है। जो एक बड़ी परेशानी बन चुकीं हैं। ये समस्या उम्र देख कर नहीं आती। परन्तु आप परेशान न हो क्योंकि इस पोस्ट में दिए गए कुछ नुस्खों से आप अपनी इस समस्या से निज़ात पा सकते है।

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 टिप्स 1 नारियल के तेल की मालिश करें :

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शायद आप जानते होंगे की नारियल के तेल की मालिश घुटनों में होने वाला दर्द एंव इससे होने वाली कोई ऐसी बिमारियों से निज़ात दिलाती है। इस लिए रोजाना अपने घुटनों के दर्द वाले स्थान पर दिन 2 बार नारियल के तेल की मालिश करें। इस प्रक्रिय 15 दिनों तक जारी रखें। इससे अवश्य आपको अपनी इस समस्या से राहत मिल जाएगीं।

टिप्स 2 चमत्कारी हल्दी :
यह बात तो आप सभी जानते होंगे की दर्द में हल्दी बहुत फायदेमंद हैं। जिसमें अनेक ऐसे गुण होते हैं जो दर्द को जड़ से समाप्त कर देते है। साथ ही शरीर के अंगो की सुजन ठीक करने के लिए भी मददगर होते हैं। इसके लिए आधा चम्मच हल्दी 1 गिलास पानी में डालकर उसे उबाले एंव इसका शहद के साथ सेवन करें या आप आधा चम्मच हल्दी गरम दूध में डालकर पीयें। इस प्रकार किसी न किसी रूप में हल्दी का अवश्य सेवन करें। इससे आपको अपने घुटनों के दर्द से राहत मिलेगी।
 टिप्स 3 मैथी के दाने का जादू :
मैथी के दाने जोड़ो के एवं घुटनों के दर्द पर प्रभावी रूप से कार्य करते है। इसके लिए 10 – 15 ग्राम मैथी दाने का चूर्ण बनाकर रखले और रोजाना खाना खाने से पहले 1 गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच खाएं और साथ ही 8 – 10 मैथी के दाने रात को भिगो कर रख दें सुबह उठते ही इन्हें पानी साथ खा लें। 30 – 40 दिनों तक सेवन करे।
टिप्स 4 अदरक का सेवन करें :
अदरक एक गुणकारी जड़ीबुटी की तरह कार्य करता हैं इसके सेवन से कई प्रकार के रोग दूर होते हैं। अदरक एक बहुत अच्छा दर्द निवारक की तरह कार्य करता हैं एंव यह मांस पेशी कि जकड़न को भी कम करता हैंजिससे दर्द में राहत मिलती हैं। रोजाना 2 से 3 बार अदरक की चाय पियें परन्तु इस बात का भी ध्यान रखें की चाय में चायपत्ती ज्यादा न हो पाएं। लगातार 1 महीनें तक इससे जारी रखें अदरक के तेल से घुटनों एवम दर्द वाली जगह पर रोजाना 2 से 3 बार मालिश करे ।

 इनसे परहेज करें
पशुजन्य वसा और प्रोटीन।सब्जियाँ जैसे आलू, शिमला मिर्च, बैंगन लाल और हरी मिर्च।आपके भोजन में उपस्थित सोडियम और नमक सूजन को और पानी के धारण होने की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे घुटनों पर दबाव बढ़ता है और दर्द होने लगता है।

योग और व्यायाम

व्यायाम आपके जोड़ों को जकड़न से दूर करता है और गति को आसान करके और दर्द को कम करके आवश्यक सहयोग प्रदान करता है। वे व्यायाम जो घुटने के क्षेत्र को राहत देते है और मजबूती प्रदान करते हैं, उनमें हैं: हेमस्ट्रिंग स्ट्रेचेसनी टू चेस्ट एक्सरसाइजेज क्वाड्रीसेप्स स्ट्रेचेस।फॉरवर्ड बेंड चेयर स्क्वेटकाफ रेज योग। घुटने के दर्द को कम करने वाले योगासन हैं – योद्धासन, ताड़ासन, मकरासन, वीरासन।

सिर्फ 5 मिनट में इस प्राकृतिक अचूक उपाय से सरदर्द हो जायेगा छूमंतर, जरूर पढ़े और शेयर करे

आज हर किसी के जीवन में हज़ारों परेशानियां और मुसीबतें हैं, जो कभी खत्म ही नहीं होती। और उन्ही परेशानियों के कारण होता है सिरदर्द। जब यह तनाव एक हद तक बढ़ जाता है तो एक भयानक दर्द बन कर उभरता है, जिसे हम माइग्रेन के नाम से जानते हैं।
माइग्रेन दिमाग के मौजूद कुछ रसायनों के असंतुलित होने के कारण होता है। यह बिमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना लेती है। इसमें तेज़ दर्द के साथ, चक्कर, उल्टी की शिकायत होती है, जिससे व्यक्ति बेचैनी और थकान मेहसूस करता है।

सिर्फ 5 मिनट में सरदर्द गायब :

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नाक के दो हिस्से हैं। दायाँ स्वर और बायां स्वर, जिनसे हम सांस लेते और छोड़ते हैं, पर यह बिल्कुल अलग – अलग असर डालते हैं और आप फर्क महसूस कर सकते हैं।
दाहिना नासिका छिद्र “सूर्य” की तरह गर्म और बायां नासिका छिद्र “चन्द्र” की तरह शीतल लक्षण को दर्शाता है अर्थात ये दोनों नासिका छिद्र क्रमशः सूर्य व चन्द्रमा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सिर दर्द के दौरान, दाहिने नासिका छिद्र को बंद करें और बाएं से सांस लें। और बस ! 5 मिनट में आपका सरदर्द “गायब” है ना आसान ?? और यकीन मानिए जितना वास्तविक रुप में इसे पढ़ रहै हैं बिल्कुल विश्वाश रखें उसी प्रकार यह उतना ही प्रभावकारी भी है। परिणाम 100% सटीक मिलेगा।

 कैसे करे माइग्रेन का इलाज :
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हाथों का स्पर्श : माइग्रेन के दर्द में दवाईयों से ज्यादा असरदार होता है हाथों को स्पर्श। तो जब भी दर्द उठे हल्के हाथों से मालिश करें अच्छा मेहसूस होगा।
ठंडे या गरम पानी से सेक करें: दर्द को दूर भगाने के लिए एक तौलिया ले और गुनगुने पानी से गिला कर के दर्द वाली जगह पर सेक करें। हो सकता है आपको ठंडे पानी या बर्फ से भी आराम मिले।
दर्द के दौरान बटर या मख्खन में मिश्री मिला कर खाना भी लाभदायक साबित होगा।
माइग्रेन के दर्द में लाइट म्युज़िक सुनना भी काफी असरदार होता है।
आप कपूर को घी में मिलाकर भी मालिश कर सकते हैं, आराम मिलेगा।
नींबू के छिल्के को पीस कर लेप बना लें और माथे पर लगाए, दर्द काफी हद तक कम हो जाएगा।
माइग्रेन के दर्द के छुटकारा पाने के लिए आप अरोमा थेरेपी भी ले सकते हैं, जिसमें हर्बल तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही डॉक्टर से भी सलाह लेना बेहतर होगा।

सिर्फ 5 दिन में 21mm की पथरी को गला देगा ये 40 रूपये का घरेलु उपाय, जरूर पढ़े और शेयर करे

पित्त की थैली (Gallbladder) की पथरी :

  • आयुर्वेद का एक ऐसा चमत्कार जिसे देखकर एलॉपथी डॉक्टर्स ने दांतों तले अंगुलियाँ चबा ली। जो डॉक्टर्स कहते थे के गाल ब्लैडर स्टोन अर्थात पित्त की थैली की पथरी निकल ही नहीं सकता, उनकी जुबान हलक से नीचे पेट में गिर गयी।सिर्फ एक नहीं अनेक मरीजों पर सफलता से आजमाया हुआ ये प्रयोग। इस प्रयोग को एक डॉक्टर तो 5000 से लेकर 10000 में करते हैं। जबकि इस प्रयोग की वास्तविक कीमत सिर्फ 30-40 रुपैये ही है। यह प्रयोग गाल ब्लैडर और किडनी दोनों प्रकार के स्टोन को निकालने में बेहद कारगर
  • इस प्रयोग को हमने जिन पर आजमाया वो कोई छोटी मोटी हस्ती नहीं हैं, ये हैं डॉक्टर बिंदु प्रकाश मिश्रा जी, जो के महर्षि दयानंद कॉलेज परेल मुंबई में मैथ के प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। और यूनिवर्सिटी सीनेट के सदस्य भी हैं. डॉक्टर साहब के 21 MM का स्टोन 8 साल से गाल ब्लैडर में था, और अत्यंत दर्द था। डॉक्टर ने इनको गाल ब्लैडर तुरंत निकलवाने की सलाह भी दे दी। मगर इन्होने आयुर्वेद की शरण में जाने की सोचा। और फिर क्या बस 5 दिनों में ये स्टोन कहाँ गायब हो गया, पता ही नहीं चला। 5 दिन बाद जब दोबारा चेक करवाया तो गाल ब्लैडर स्टोन की जगह बस थोड़ी बहुत रेत जैसा दिखा, जिसके बाद डॉक्टर ने उनको थोडा दवाएं लेने के लिए कहा!! तो क्या है वो प्रयोग आइये जाने –

 गाल ब्लैडर स्टोन की चमत्कारी दवा :
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  • तो क्या है ये चमत्कारी दवा। ये कुछ और नहीं ये है गुडहल के फूलों का पाउडर अर्थात इंग्लिश में कहें तो Hibiscus powder। ये पाउडर बहुत आसानी से पंसरी से मिल जाता है। अगर आप गूगल पर Hibiscus powder नाम से सर्च करेंगे तो आपको अनेक जगह ये पाउडर online मिल जायेगा। और जब आप online इसको मंगवाए तो इसको देखिएगा organic hibiscus powder क्योंकि आज कल बहुत सारी कंपनिया आर्गेनिक भी ला रहीं हैं तो वो बेस्ट रहेगा। कुल मिला कर बात ये है के इसकी उपलबध्ता बिलकुल आसान है। अब जानिये इस पाउडर को इस्तेमाल कैसे करना है।

 गाल ब्लैडर स्टोन निकालने के लिए गुडहल के पाउडर के इस्तेमाल की विधि :

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  • गुडहल का पाउडर एक चम्मच रात को सोते समय खाना खाने के कम से कम एक डेढ़ घंटा बाद गर्म पानी के साथ फांक लीजिये। ये थोडा कड़वा होता है। इसलिए मन भी कठोर कर के रखें। मगर ये इतना भी कड़वा नहीं होता के आप इसको खा ना सकें। इसको खाना बिलकुल आसान है। इसके बाद कुछ भी खाना पीना नहीं है. डॉ. मिश्रा जी के अनुसार, क्यूंकि उनके स्टोन का साइज़ बहुत बड़ा था उनको पहले दो दिन रात को ये पाउडर लेने के बाद सीने में अचानक बहुत तेज़ दर्द हुआ, उनको ऐसा लगा मानो जैसे हार्ट अटैक आ जायेगा। मगर वो दर्द था उनके स्टोन के टूटने का . जो दो दिन बाद नहीं हुआ। और 5 दिन के बाद कहीं गायब हो गया था और पीछे रह गयी थी उसकी यादें रेत बनकर, जिनका सफाई अभियान अभी चल रहा है। इसके साथ में उनको प्रोस्टेट enlargement की समस्या भी थी, वो भी सही हो गयी। इसके बाद यही प्रयोग उन्होंने एक दूधवाले और एक और आदमी पर भी किया जिनका स्टोन 8 mm और 10 mm था, उनको यही प्रयोग बिना किसी दर्द के बिलकुल सही हुआ। अर्थात अगर स्टोन का साइज़ बड़ा है तो वो दर्द कर सकता है।
  • यही प्रयोग एक बहुत ही प्रतिष्ठित डॉ कम से कम 5 से 10 हज़ार लेकर लोगों को करवाते हैं। और आपके लिए हम इसको फ्री में उपलब्ध करवाते है जन हित के लिए। आप भी इसको ज़रूर शेयर करें। जुड़े रहें आयुर्वेद के साथ।
  •  Note : यह प्रयोग किसी प्रमाणित आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर की उपस्थिति में ही करे।

इस प्रयोग में थोड़ी सावधानी : 

  • पालक, टमाटर, चुकंदर, भिंडी का सेवन न करें। और अगर आपका स्टोन बड़ा है तो ये टूटने समय दर्द भी कर सकता है। पाठक गण अपने विवेक से इस प्रयोग को करें वो भी किसी चिकित्सक की उपस्थिति में।

सिर्फ 15 मिनट में होगा चेहरा गोरा-गोरा, दिखेंगे नई दुल्हन की तरह, सबसे बेस्ट घरेलु फेस पैक, जरूर पढ़े और शेयर करे

  • धुप के साथ धूल, गंदगी और उमस आपकी त्वचा को टैन, दाग-धब्बे वाली और संवेदनशील बना देती है। सर्दी में रूखी बेजान हो जाती है। हममें से अधिकतर लोग त्वचा की टैनिंग हटाने के लिए अक्सर ब्लीच और अन्य केमिकल से भरपूर उत्पादों का इस्तेमाल बार-बार करने लगते हैं। लेकिन गर्मी और सर्दी के दिनों में कुछ घरेलू फेस पैक आदि का नियमित इस्तेमाल आपकी त्वचा को काफी राहत दिला सकता है। हम यहां बता रहे हैं टॉप-20 (top-20) घरेलू फेस पैक (Home made face pack) के बारे में जिन्हें आप घर पर बनाकर इस्तेमाल कर सकती हैं। इनसे आपकी त्वचा तरोताजा हो जायेगी :

प्राकृतिक 20 घरेलू फेस पैक (Home made face pack) :

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1. खीरा, गुलाब जल और नींबू का रस मिलाएंः नींबू में प्राकृतिक ऐस्टिृजेंट होता है जो कि ब्लीच का काम करता है। इससे न सिर्फ आपकी त्वचा से टैन और धब्बे हल्के होते हैं बल्कि यह बैक्टीरिया से भी लड़ता है। खीरा का जूस और गुलाब जल आपकी त्वचा को ठंडक देता है और इसे आराम पहुंचाता है। तीनों का एक-एक चम्मच लें और इसे मिलाकर त्वचा पर लगाएं, खासतौर से टैन हो चुकी त्वचा पर। इसे 10 मिनट लगा रहने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। हर रोज शाम को घर लौटने के बाद इसका इस्तेमाल करें, इससे आपकी त्वचा पर पड़े धूप के असर को कम करने में मदद मिलगी। इसके बाद त्वचा पर मॉइश्चराजर लगाएं।

 
2. बेसन और हल्दी का पैकः बेसन और हल्दी त्वचा पर जादुई असर दिखाता है। थोड़ा सा बेसन लें, इसमें चुटकी भर हल्दी मिलाएं और दोनों को मिलाकर त्वचा पर 20 मिनट के लिए लगाएं। खिंचाव महसूस हो रही जगह पर पानी का छींटा मारकर इसे गीला करें और हल्के हाथ से मसाज करते हुए सर्कुलर मोशन में पैक को पानी से धो लें। त्वचा को एक्सफोलिएट करने और टैनिंग हटाने के लिए इस पैक को हफ्ते में एक बार इस्तेमाल करें।
3. पपीता और शहदका पैकः पपाया के तमाम तरह के फेस पैक इन दिनों बाजारों में उपलब्ध हो चुके हैं क्योंकि त्वचा पर इसके बेहतरीन असर के बारे में अब सब जानते हैं। पपीते में ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा के नवीनीकरण को बढ़ावा देते हैं, इसकी रंगत निखारते हैं और इसे एक्सफोलिएट करके तरोताजा बनाते हैं। शहद त्वचा को मुलायम बनाने और इसमें नमी बढ़ाने का काम करता है। इस मिक्सचर को त्वचा पर 30 मिनट के लिए लगाएं, फिर पानी से धो लें।
4. टमाटर, दही और नींबू का रसः इन तीनों ही चीजों में मिलने वाले तत्व त्वचा पर प्राकृतिक ब्लीच का काम करते हैं। इसके अलावा टमाटर का जूस प्राकृतिक टोनर भी होता है जो आपके रोमछिद्रों को टाइट करता है और त्वचा से अतिरिक्त तेल हटाता है। नींबू ब्लीच और एंटी बैक्टीरियल तत्व का काम करता है। वहीं दही त्वचा को नमी प्रदान करती है जिससे आपकी त्वचा रूखी नहीं होती।
5. मसूर दाल और टमाटर फेस पैकः मसूर दाल का पाउडर त्वचा पर बेहतरीन एक्फोलिएटर का काम करता है। टमाटर के गूदे के साथ मिलकर यह त्वचा के नवीनीकरण को बढ़ावा देता है। एक चम्मच मसूर दाल को पानी में भिगोएं और इसे दरबरा पीस लें। इस पेस्ट में टमाटर का गूदा मिलाएं और चेहरे व गर्दन पर इससे मसाज करें। इसे 20 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें फिर ठंडे पानी से धो लें। इससे आपके चेहरे से टैनिंग और दाग-धब्बे साफ हो जाएंगे।
6. ओट मील और बटर मिल्क पैकः बटर मिल्क चेहरे को मुलायम बनाने में मददगार होता है और गर्मी से उभरे छाले आदि को भरता है। वहीं ओटमील प्राकृतिक स्क्रब का काम करता है और त्वचा को गहराई से एक्सफोलिएट करता है। इससे ब्लैक हेड्स और मृत कोशिकाएं निकल जाती हैं। दो चम्मच ओटमील 3 चम्मच बटर मिल्क में मिलाएं और अपने
चेहरे व शरीर के बाकी हिस्सों पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। इसे 15-20 मिनटों के लिए लगा रहने दें, फिर पानी से धो लें।
7. संतरे का जूस और दही का फेस पैकः संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है जो कि त्वचा की झाइयां मिटाने में असरदार होता है। इसमें मिलने वाला कोलेजन त्वचा की एजिंग प्रक्रिया को धीमा करता है और आपकी त्वचा में कसाव लाता है। दही प्राकृतिक ब्लीच का काम करता है और त्वचा को नमी देकर मुलायम और सौम्य बनाता है। एक चम्मच दही और एक चम्मच संतरे का जूस मिलाएं और त्वचा पर लगाकर इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर पानी से धो लें।
8. आलू और नींबू के रस का फेस पैकः आलू न सिर्फ मुंह में पानी लाने वाले स्नैक्स बनाने के काम आता है बल्कि त्वचा पर भी कमाल का असर दिखाता है! आलू विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है। आलू का जूस त्वचा की एजिंग, झाइयां और सनबर्न ठीक करने में भी सहायक होता है। यह त्वचा को मुलायम बनाता है और इसे ठंडक देता है। एक आलू को छीलकर इसे ग्राइंडर में पीस लें, फिर निचोड़कर इसका रस निकाल लें। इसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं और चेहरे व अन्य प्रभावित त्वचा पर इसे लगाएं। इसे 30-40 मिनट के लिए लगाकर छोड़ दें। इसके बाद ताजे पानी से धो लें।
9. स्ट्रॉबेरी व मिल्क क्रीम फेस पैकः इस स्वादिष्ट बेरी में त्वचा की रंगत निखारने वाले तत्व होते हैं जो कि काले घेरे, झाइयां और निशान आदि हटाते हैं। चार स्ट्रॉबेरी मसलकर इसमें 2 चम्मच मिल्क क्रीम मिलाएं और चेहरे पर लगा लें। 30 मिनट बाद इसे पानी से धो लें। चेतावनीः यह फेस पैक बेहद स्वादिष्ट होता है जिसे आपका खाने का मन भी कर सकता है।
10. मिल्क पाउडर, शहद और बादाम तेल फेस पैकः मिल्क पाउडर त्वचा को मॉइश्चराइज करने, सन टैन का असर कम करने और त्वचा को साफ व सौम्य बनाने में मदद करता है। दो चम्मच मिल्क पाउडर, 1 चम्मच शहद और बादाम तेल की कुछ बूंदें मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें। अब इसे पानी से धो लें।
11. चंदन की लकड़ी का पैकः चंदन की लकड़ी का इस्तेमाल हीलिंग के लिए अनादिकाल से होता आ रहा है। चंदन की लकड़ी का पेस्ट या पाउडर त्वचा पर प्राकृतिक क्लींजर का काम करता है क्योंकि यह त्वचा की अशुद्धियां और मृत कोशिकाएं हटाता है। यह त्वचा में कसाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह त्वचा को शांत करने वाले बाम का काम करता है जिससे त्वचा की जलन और छाले भी शांत होते हैं। एक चम्मच चंदन पाउडर को नारियल पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्स्ट बनाएं और इसमें बादाम तेल की कुछ बूंदें मिलाकर चेहरे व गर्दन पर लगाएं। 20 मिनट इसे सूखने दें और फिर पानी से धो लें।
12. केसर और ताजा क्रीम का फेस पैकः केसर का इस्तेमाल सदियों से त्वचा की देखभाल के लिए होता आ रहा है। यह त्वचा की रंगत निखारने, टोनिंग करने, टैन हटाने और कील-मुंहासों को कम करने में सहायक होता है। दो चम्मच दूध में केसर की कुछ लड़ियां डालें और राम भर इसे भीगने दें। अगले दिन इसे उंगलियों के पोरों से मिक्स करें और चेहरे पर लगाएं। 20 मिनट तक इसे लगा रहने दें, फिर पानी से धो लें। यह पैक त्वचा को भीतर तक नमी भी पहुंचाता है।
13. अनन्नास और शहद का फेस मास्कः इसके चटपटे और ताजे स्वाद के साथ अनन्नास टृॉपिकल फलों का राजा कहा जाता है। अनन्नास में पाए जाने वाले तत्व त्वचा से मृत कोशिकाएं हटाते हैं और टैनिंग हल्का करते हैं। इसमें मिलने वाला विटामिन सी त्वचा से उम्र बढ़ने के लक्षण जैसे कि बारीक रेखाएं, झुर्रियां और निशान हटाता है। दो चम्मच अनन्नास के गूदे में एक चम्मच शहद मिलाएं और इसे चेहरे पर लगाए। 3-4 मिनट इंतजार करें, फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
14. मुल्तानी मिट्टी व ऐलोवेरा पैकः मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधनों में सदियों से होता आ रहा है। यह त्वचा को ठंड देता है और त्वचा की इरिटेशन कम करता है, रैशेज, मुंहासे और दाग-धब्बे हटाता है। ऐलोवेरा जेल धूप में जली त्वचा को ठंडक प्रदान करता है और टैनिंग हटाता है। यह त्वचा को नमी देता है और इसे मुलायम बनाता है। मुल्तानी मिट्टी, ऐलोवेरा जेल और गुलाब जल मिलाकर इसका पैक तैयार करें।
15. कॉर्नमील और नींबू रस का स्क्रबः कॉर्नमील यानी मकई का आटा आपकी त्वचा से मृत कोशिकाएं और ब्लैक हेड्स हटाने में सहायक होता है। यह फेस स्क्रब ऑयली त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है क्योंकि इससे त्वचा से अतिरिक्त तेल निकल जाता है। दो चम्मच कॉर्नमील में एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच दही मिलाएं और इसे चेहरे पर लगाएं। सर्कुलर मोशन में इससे चेहरे पर दो मिनट मसाज करें। अब इसे 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें, फिर पानी से धो लें।
16. गेहूं के आटे का फेस पैकः चेहरे पर गेहूं का आटा लगाने से त्वचा की रंगत निखरती है और मृत कोशिकाएं हट जाती हैं। दो चममच गेहूं के आटे में पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे पर लगाएं। यह पेस्ट बिल्कुल गाढ़ा होना चाहिए। इसे 15 मिनट लगा रहने दें फिर हल्के हाथों से मसाज करते हुए पानी से धो दें। इससे आपकी त्वचा साफ और चमकदार हो जाएगी।

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17. कॉफी मास्कः दही और कॉफी पाउडर मिलाकर चेहरे व गर्दन पर लगाएं। कैफीन से थकी त्वचा को ठंडक व आराम मिलेगा। इससे त्वचा का सूजन कम होगा और यह तरोताजा महसूस करेगी। इसके साथ दही त्वचा को नमी देगी और इसे मुलायम बनाएगी। काफी पाउडर दानेदार लेप की तरह महसूस होगा। चेहरे पर जब यह सूख जाए तब इसे सर्कुलर मोशन में मसाज करते हुए धो दें। इससे मृत त्वचा भी निकल जाएगी।
18. आम का फेस पैकः आम विटामिन ए और सी का बेहतरीन स्रोत है। साथ ही इसमें एंटी ऑक्सिडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं। सबसे पहले एक अच्छा क्लींजर लगाकर चेहरे को साफ करें। इसके बाद आम के गूदे में गुलाब जल और मुल्तानी मिट्टी मिलाएं और इसे चेहरे व गर्दन पर लगाकर 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। मुल्तानी मिट्टी के अन्य पैक की तरह, इसे भी सूखने दें। अब अपनी उंगलियों के पोरों का इस्तेमाल करते हुए इसे सर्कुलर मोशन में कुछ मिनटों के लिए स्क्रब करें। इसके बाद चेहरे को पानी से धो लें और किसी हल्के तेल से चेहरे को सौम्य मसाज दें। अगर इस पैक को नियमित रूप से लगाया जाए तो त्वचा नम और पोषित रहती है, सन बर्न का असर कम होता है, सूजन कम होती है आर आपको तरोताजा महसूस होता है। मुल्तानी मिट्टी चेहरे से अतिरिक्त तेल भी हटाती है।
19. साफ त्वचा के लिए नीम फेशियलः अगर आपकी त्वचा पर मुंहासे होते हैं और दाग व मुंहासों के निशान से आप परेशान रहते हैं तो आपको नीम फेशियल के नियमित इस्तेमाल की जरूरत है। नीम एक आश्चर्यजनक एंटीबायटिक होता है, वहीं बेसन त्वचा के लिए क्लींजर और स्क्रबर का काम करता है।
नीम की कुछ सूखी हुई पत्तियों को बेसन में मिलाएं, इसमें थोड़ा दही और गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे चेहरे व गर्दन पर लगाकर आधे घंटे के लिए छोड़ दें। जब तक यह पेस्ट सूखकर झड़ने न लग जाए तब तक आराम से बैठकर कोई शांत म्यूजिक सुनें। अब हाथों को पानी में डुबाकर निकालें और इससे चेहरे का गीला करें। अब सर्कुलर मोशन में हल्के हाथों से स्क्रब करें। कुछ मिलट बाद इसे पानी से धो लें। इससे आपकी त्वचा साफ होगी, कील मुंहासे कम होंगे और दाग धब्बे भी हल्के हो जाएंगे।
20. केला और किवी का फेसमास्कः गर्मियां अक्सर आपकी त्वचा से नमी चुराकर इसे रूखी और बेजान बना देती हैं। केला और किवी के गूदे में थोड़ा शहद मिलाकर त्वचा पर लगाने से इसकी प्राकृतिक नमी लौट आती है। इससे सन टैनिंग भी हटती है।

हर्निया (आँत उतरना) का सबसे आसान घरेलू उपाय, जरूर पढ़े और शेयर करे

    • आम तौर पर हर्निया होने का कारण पेट की दीवार का कमजोर होना है |पेट और जांघों के बीच वाले हिस्से मे जहां पेट की दीवार कमजोर पड़ जाती है वहाँ आंत का एक गुच्छा उसमे छेद बना कर बाहर निकल आता है | उस स्थान पर दर्द होने लगता है | इसी को आंत्र उतरना,आंत्रवृद्धि या हर्निया कहते हैं|
    • एबडॉमिनल वॉल के कमजोर भाग के अंदर का कोई भाग जब बाहर की ओर निकल आता है तो इसे हर्निया कहते हैं। हर्निया में जांघ के विशेष हिस्से की मांसपेशियों के कमजोर होने के कारण पेट के हिस्से बाहर निकल आते हैं। हर्निया की समस्या जन्मजात भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में इसे कॉनजेनाइटल हर्निया कहते हैं। हर्निया एक वक्त के बाद किसी को भी हो सकता है। आमतौर पर लोगों को लगता है कि हर्निया का एकमात्र इलाज सर्जरी है जिसकी वजह से वे डॉक्टर के पास जाने से डरते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है हर्निया बिना सर्जरी के भी ठीक हो सकता है।

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  • जब किसी व्यक्ति की आंत अपने जगह से उतर जाती है तो उस व्यक्ति के अण्डकोष की सन्धि में गांठे जैसी सूजन पैदा हो जाती है जिसे यदि दबाकर देखा जाए तो उसमें से कों-कों शब्द की आवाज सुनाई देती हैं। आंत उतरने का रोग अण्डकोष के एक तरफ पेड़ू और जांघ के जोड़ में अथवा दोनों तरफ हो सकता है। जब कभी यह रोग व्यक्ति के अण्डकोषों के दोनों तरफ होता है तो उस रोग को हार्निया रोग के नाम से जाना जाता है। वैसे इस रोग की पहचान अण्डकोष का फूल जाना, पेड़ू में भारीपन महसूस होना, पेड़ू का स्थान फूल जाना आदि। जब कभी किसी व्यक्ति की आंत उतर जाती है तो रोगी व्यक्ति को पेड़ू के आस-पास दर्द होता है, बेचैनी सी होती है तथा कभी-कभी दर्द बहुत तेज होता है और इस रोग से पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। कभी-कभी तो रोगी को दर्द भी नहीं होता है तथा वह धीरे से अपनी आंत को दुबारा चढ़ा लेता है। आंत उतरने की बीमारी कभी-कभी धीरे-धीरे बढ़ती है तथा कभी अचानक रोगी को परेशान कर देती है।

 

  • जिस हर्निया में आंत उलझ कर गाँठ लग गयी हो और मरीज को काफी तकलीफ हो रही हो, ऐसे बिगड़े केस में तत्काल ऑपरेशन जरुरी है. बाकी सभी मामलों में हार्निया बिना आपरेशन के ही ठीक हो सकता है। हर्निया की प्रारम्भिक स्थिति मे पेट की दीवार मे कुछ उभार सा प्रतीत होता है| इस आगे बढ़ी हुई आंत को पीछे भी धकेला जा सकता है लेकिन ज्यादा ज़ोर लगाना उचित नहीं है| अगर आगे बढ़ी आंत को आराम से पीछे धकेलकर अपने स्थान पर पहुंचा दिया जाए तो उसे उसी स्थिति मे रखने के लिए कस कर बांध देना चाहिए| यह तरीका असफल हो जाये तो फिर आपरेशन की सलाह देना उचित है| पेट की तोंद ज्यादा निकली हुई हो तो उसे भी घटाने के उपचार जरूरी होते हैं|

हर्निया के प्राकृतिक उपचार :

  1. अरंडी का तेल दूध मे मिलाकर पीने से हर्निया ठीक हो जाता है |इसे एक माह तक करें|
  2. काफी पीने से भी बढ़ी हुई आंत के रोग मे फायदा होता है|
  3. हार्निया या आंत उतरने का मूल कारण पुराना कब्ज है। कब्ज के कारण बडी आंत मल भार से अपने स्थान से खिसककर नीचे लटकने लगती है। मल से भरी नीचे लटकी आंत गांठ की तरह लगती है। इसी को हार्निया या आंत उतरना कहते हैं।
  4. कुन कुना पानी पीकर 5 मिनिट तक कौआ चाल (योग क्रिया) करके फिर पांच या अधिक से अधिक दस बार तक सूर्य नमस्कार और साथ ही 200 से 500 बार तक कपाल-भांति करने से फूली हुई आंत वापस ऊपर अपने स्थान पर चली जाती है। भविष्य में कभी भी आपको हार्निया और पाइल्स होने की सम्भावना नही होगी।

 हर्निया के होम्योपैथिक उपचार :
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  1. सुबह उठते ही सबसे पहले आप सल्फर 200 को 7 बजे, दोपहर को आर्निका 200 और रात्रि को खाने के एक से दो घंटे बाद या नौ बजे नक्स वोम 200 की पांच-पांच बूँद आधा कप पानी से एक हफ्ते तक ले, फिर हर तीन से छह माह में तीन दिन तक लें।
  2. केल्केरिया कार्ब 200 की पांच बूँद आधा कप पानी से पांच दिन तक लें।
  3. जब भी अचानक जलन, दर्द, सूजन होना, घबराहट, ठंडा पसीना और मृत्यु भय हो, तो एकोनाइट 30 की पांच बूँद आधा कप पानी से हर घंटे में लें।
  4. जब दाहिने भाग में हार्निया हो, तो लाइकोपोडियम 30 की पांच बूँद आधा कप पानी से दिन में तीन बार लें।

सुबह-सुबह वजन घटाने वाला नाश्ता, जी हाँ आप भी जान जाओगे तो दाँतो तले ऊँगली दबा लोगे, जरूर अपनाएँ

  • सुबह का नाश्ता (Breakfast) हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है | सुबह के खाने से हमारे दिनभर की गतिविधियों (Activities) पर असर पड़ता है | आजकल के युवाओं के लिए आधुनिक जीवन शैली जिसमे देर रात तक काम करना और दोस्तों के साथ रात भर पार्टी करना और टीवी पर रोचक कार्यक्रमो को देखना शामिल है युवाओ कई इन आदतों इनके खानपान पर बुरा असर डाला है ज्यादतर युवा और बच्चे सुबह नाश्ता करना भूल जाते है क्योकि या तो वो सुबह देर से उठते है या उनके पास नाश्ते करने का टाइम ही नही होता है।
  •  कुछ लोग अपना वजन कम करने कई धारणा के चलते भी सुबह का नाश्ता नही करते है वो यह भूल जाते है कई सुबह नाश्ता न करना के उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव भी पड़ता है और आपका अपने वजन पर काबू पाना और मुश्किल हो जाता है जो लोग सुबह का नाश्ता नही करते है तो दोपहर को ज्यादा खाते है या दिनभर कुछ न कुछ खाते रहते है।
  • लेकिन आज हम आपको बताते है सुबह का खाना आपका वजन बढ़ाता नही है बल्कि घटाता है साथ ही आपके बालो में सुधर करता है लेकिन शर्त यह है की खाना विटामिन्स मिनरल और प्रोटीन से भरपूर होना चाहिए अगर आप अपने दिन की शुरुवात जंक फ़ूड से करंगे तो आपका वजन घटने की जगह बढेगा।

 आइये जानते है सुबह का नाश्ता केसा होना चाहिए :

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  1.  2 चम्मच दलिया Oatmeal
  2. 1 कप कम फेट वाला दही Low Fat Yogurt
  3. 1 चोट चम्मच Cocoa पाउडर Cocoa Powder
  4. 1 छोटा चम्मच पिसा हुआ अलसी का बीज Flaxseed
  5. 5-7 आलूबुखारे Plums
सेवन करने का तरिका :

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  • यह नाश्ता एक दिन पहले शाम को तैयार करना होगा आलूबुखारो को उबले हुए पानी में 10 मिनट तक डालकर रखे और दूसरी तरफ एक और बर्तन में बाकी की सामग्री डालकर अच्छे से मिक्स कर ले बाद में आलूबुखारो को काट ले आप आलूबुखरो को ब्लेंड करके पेस्ट बी बना सकते है जब पेस्ट बनकर तैयार हो जाये तो पेस्ट को बाकि सामग्री में मिक्स कर ले और फ्रीज़ में रख दीजिये और सुबह उठकर इस हेल्थी नाश्ते का सेवन करे आप बेहतर नतीजे प्राप्त होंगे।

कड़वे नीम के 10 मीठे अद्भुत फायदे, सिर्फ 1 गिलास जूस फिर देखे इसका कमाल, जरूर अपनाएँ

कड़वे नीम  का जूस  पीने के 10 मीठे अद्भुत फायदे :

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1. नीम में एंटी इंफ्लेमेट्री तत्व पाए जाते हैं, नीम का अर्क पिंपल और एक्ने से मुक्ती दिलाने के लिये बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा नीम जूस शरीर की रंगत निखारने में भी असरदार है।

2. नीम की पत्तियों के रस और शहद को 2 : 1 के अनुपात में पीने से पीलिया में फायदा होता है, और इसको कान में डालने से कान के विकारों में भी फायदा होता है।
3. नीम जूस पीने से, शरीर की गंदगी निकल जाती है। जिससे बालों की क्वालिटी, त्वचा की कामुक्ता और डायजेशन अच्छा हो जाता है।
4. इसके अलावा नीम जूस मधुमेह रोगियों के लिये भी फायदेमंद है। अगर आप रोजाना नीम जूस पिएंगे तो आपका ब्लड़ शुगर लेवल बिल्कुल कंट्रोल में हो जाएगा।
5. नीम के रस की दो बूंदे आंखो में डालने से आंखो की रौशनी बढ़ती है और अगर कन्जंगक्टवाइटिस हो गया है, तो वह भी जल्द ठीक हो जाता है।
6. शरीर पर चिकन पॉक्स के निशान को साफ करने के लिये, नीम के रस से मसाज करें। इसके अलावा त्वचा संबधि रोग, जैसे एक्जिमा और स्मॉल पॉक्स भी इसके रस पीने से दूर हो जाते हैं।
7. नीम एक रक्त-शोधक औषधि है, यह बुरे कैलेस्ट्रोल को कम या नष्ट करता है। नीम का महीने में 10 दिन तक सेवन करते रहने से हार्ट अटैक की बीमारी दूर हो सकती है।
8. मसूड़ों से खून आने और पायरिया होने पर नीम के तने की भीतरी छाल या पत्तों को पानी में औंटकर कुल्ला करने से लाभ होता है। इससे मसूड़े और दाँत मजबूत होते हैं। नीम के फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से भी इसमें लाभ होता है। नीम का दातुन नित्य करने से दांतों के अन्दर पाये जाने वाले कीटाणु नष्ट होते हैं। दाँत चमकीला एवं मसूड़े मजबूत व निरोग होते हैं। इससे चित्त प्रसन्न रहता है।
9. नीम के रस का फायदा मलेरिया रोग में किया जाता है। नीम वाइरस के विकास को रोकता है और लीवर की कार्यक्षमता को मजबूत करता है।
10. प्रेगनेंसी के दौरान नीम का रस योनि के दर्द को कम करता है। कई प्रेगनेंट औरते लेबर पेन से मुक्ती पाने के लिये नीम के रस से मसाज करती हैं। प्रसूता को बच्चा जनने के दिन से ही नीम के पत्तों का रस कुछ दिन तक नियमित पिलाने से गर्भाशय संकोचन एवं रक्त की सफाई होती है, गर्भाशय और उसके आस-पास के अंगों का सूजन उतर जाता है, भूख लगती है, दस्त साफ होता है, ज्वर नहीं आता, यदि आता भी है तो उसका वेग अधिक नहीं होता।
➡ नीम का जूस पीने का तरीका :
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1. नीम का रस बहुत कडुआ होता है, जिसे पीना बहुत मुश्किल होता है। अगर आपको इसके फायदे चाहिये तो इसे एक ग्लास में डाल कर इसको दवा समझ कर पूरा एक साथ पी लें। इसके अलावा ये भी देखिये की नीम के रस को और किस-किसी प्रकार से पिया जा सकता है।

2. नीम के रस में थोड़ा मसाला डाल दें जिससे उसमें स्वाद आ जाए। इसको पीने से पहले उसमें नमक या काली मिर्च और या फिर दोनों ही डाल दें।
3. कई लोगो को नीम की महक अच्छी नहीं लगती। इसलिये जब रस निकाल लें तब उसको फ्रिज में 15-20 मिनट के लिये रखें या फिर उसमें बर्फ के कुछ क्यूब डाल दें और फिर पिएं। लेकिन सबसे अच्छा होगा कि नीम के रस को निकाल कर तुरंत ही पी लिया जाए। इसको 30 मिनट से ज्यादा स्टोर कर के नहीं रखना चाहिये।
4. नीम का रस पीने से पहले अपनी नाक को दबा लें, इससे जूस को पीने में आसानी होगी। अगर आपको नीम जूस का पूरा फायदा उठाना है, तो इसमें चीनी बिल्कुल भी न मिलाएं।
5. नीम का रस हमेशा सुबह-सुबह पिएं। इसकी कडुआहट को कम करने के लिये इसमें नमक मिलाएं और हल्का सा पानी भी।

हार्ट ब्लॉकेज खोलने की सबसे अच्छी और सबसे सच्ची अद्भुत जड़ी-बूटी परिणाम आप खुद बताओगे हमे, जरूर पढ़े

  • हमारे शरीर का अनमोल अंग हृदय है, जो 24 घंटे अपने काम में लगा रहता है। लेकिन हमारी खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के तरीको की वजह से हार्ट ब्लॉकेज काफी आम समस्या बनती हुई नज़र आ रही है।
  • अगर हृदय की नलियों में ब्लॉकेज होना शुरु हो रहा है तो इसका साफ मतलब है कि रक्त में एसिडिटी बढ़ गई है। एसिडिटी भी दो प्रकार की होती है जिसमें एक तो पेट की एसिडिटी होती है और दूसरी रक्त की।
  • हृदय की नलियां ब्लॉक होने से हार्ट अटैक होता है इसलिये आज हम आपको आयुर्वेदिक उपचार बताने वाले हैं जो काफी सरल है। जब रक्त में अमलता एसिडिटी बढ़ जाती है, तो आप ऐसी चीजों का उपयोग करें जो छारीय होती हैं। छारीय चीज़ें खाने से रक्त में बढ़ी एसिडिटी कम हो जाती है और आप हार्ट ब्लॉकेज से हमेशा के लिये बचे रह सकते हैं।

हार्ट  अटैक से बचने के तरीके :

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  • आपने लोगों को कहते सुना होगा- ‘दिल पे मत ले यार’  इसके पीछे यह कारण है कि दिल शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है और कोई भी चीज इसे आसानी से नुकसान पहुंचा सकती है। जब कोई व्यक्ति भावनात्मक तनाव महसूस करता है व्यक्ति का दिल सबसे पहले प्रभावित होता है जो कि हार्ट अटैक का कारण बनता है।
  • इस इमोश्नल दर्द से होने वाले हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुले दिमाग से तनाव रहित रहें। इसके अलावा हार्ट अटैक से बचने के कुछ और तरीके भी हैं जैसे कि ज्यादा कैलोरी वाले खाने से बचना और नियमित व्यायाम करना आदि। इसलिए अपने आपको फिट और तंदुरुस्त रखना हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।  हम आपको बता रहे हैं कि हार्ट अटैक (दिल के दौरे) से कैसे बचें…
  1. नियमित व्यायाम करें हार्ट अटैक से बचने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप रोजाना व्यायाम करें। आप कम से कम 15 मिनट तक शारीरिक कसरत करें। दिल को तंदुरुस्त रखने के लिए वॉक करना भी एक अच्छा व्यायाम
  2. ऑयली या ज्यादा चिकनाई वाले खाने से बचें जंक फूड में ज्यादा ऑयल होता है इसलिए ये हार्ट के लिए सही नहीं हैं। दिल के दौरे से बचने के लिए इस तरह के खाने से तौबा करें
  3. क्या आप मोटे तो नहीं यदि आप मोटे हैं तो आपको हार्ट अटैक का खतरा है। ज्यादा वजन होने से हार्ट को ज्यादा रक्त और ज्यादा ऊर्जा पंप करनी पड़ती है जिससे आपने नाजुक दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है।
  4. सही आहार लें सही डाइट लेना बेहद जरूरी है। हार्ट अटैक से बचने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है।
  5. पेशाब और शौच को ना दबाएँ जब पेशाब और शौच का दबाव पड़ता है तो आपको जाना तो है ही पहले या बाद में। इसको दबाने से दिल पर प्रभाव पड़ता है और यह संक्रमण का कारण भी बनता है।

स्वस्थ्य दिल के लिये आजमाएं ये अद्भुत जड़ी-बूटियां :

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  1. आंवला : आंवला में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल घटता है और एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ती है जिससे दिल सम्बंधी रोग दूर हो जाते हैं।
  2. हल्दी : हल्दी वाकई में चमत्कारी हर्ब है। इसमें दिल को दुरूस्त बनाएं रखने के भी बहुत सारे गुण होते हैं। इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है।
  3. लहसुन : लहसुन के सेवन से हद्य सम्बंधी समस्याएं कम हो जाती हैं। इसमें शरीर में गर्मी पैदा करने वाले गुण होते हैं जो रक्त में गर्मी लाते हैं।
  4. अदरक : अदरक एक लाभकारी औषधि है जिसमें कई सारे गुण होते हैं। इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।
  5. बिलबेरी : बिलबेरी, कैनेबेरी का सिस्टर प्लांट है और इसमें गुण भी उसी समान होते हैं। इसके सेवन से धमनियों में रक्त का संचार सुचारू रूप से होता है।
  6. हॉथ्रोन बेरी : हॉथ्रोन बेरी, दिल की सुरक्षा करती है। इसमें ऐसे गुण होते हैं जो दिल को स्वस्थ बनाएं रखते हैं।
  7. लाल मिर्च : लाल मिर्च का सेवन करने से मुंह और आंखों से पानी आ जाता है लेकिन यह दिल की सारी समस्याओं के छक्के छुड़ा देती है। आप चाहें तो आज़मा कर देख लें।
  8. गिकगो बीलोबा : यह एक प्रकार का चीनी पौधा है जो शरीर में रक्त के संचार को बेहतर बनाता है और शरीर में हद्य की गतिविधि को सुचारू बनाएं रखने में मददगार साबित होता है।
  9. ओरिगानो : यह अजवाइन की पत्ती होती है जिसे प्राकृतिक जड़ी बूटियों के साथ मिक्स कर के प्रयोग किया जाता है
  10. ग्रीन-टी : आजकल ग्रीन टी का क्रेज बहुत ज्यादा है क्योंकि यह बहुत लाभकारी होती है। इसे पीने से शरीर की कोशिकाएं और धमनियों में ऊर्जा और रक्त का संचार भली-भांति होता है।